- भारत में जनगणना संवैधानिक रूप से अनिवार्य
- कोविड महामारी के कारण 2021 में नहीं हुई थी जनगणना
- भारत की जनगणना की गिनती के 150 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि यह समय पर पूरी नहीं हुई।
- भारत में जनगणना संवैधानिक रूप से अनिवार्य है लेकिन संविधान क्या कहता है ?
भारत में जनगणना संवैधानिक रूप से अनिवार्य है मगर
गणना का काम पारंपरिक रूप से जनगणना वर्ष के फरवरी महीने में किया जाता है आपको बता दे की जनगणना संवैधानिक रूप से भारत में अनिवार्य है पर संविधान यह नहीं कहता कि जनगणना कब की जानी चाहिए या कितने अंतराल पर करनी चाहिए ,आपको बता दे की 1948 के भारतीय जनगणना अधिनियम में भी इसके समय या अंतराल का उल्लेख नहीं है।
2023 में की जा सकती है जनगणना,जो एक जटिल काम है
भारतीय जनगणना एक बड़ा और जटिल अभ्यास है क्यों की अंदाजित 140 करोड़ लोगों की गिनती करने और आर्थिक डेटा एकत्र करने और अन्य जनसांख्यिकीय डेटा एकत्रित करने के लिए लगभग 30 लाख गणनाकारों को अनुमानित 33 करोड़ घरों का धैर्यपूर्वक दौरा करना पड़ता है जो मामूली बात नहीं है
UN Population Fund की एक वार्षिक रिपोर्ट कहता है कि भारत इस साल के मध्य तक दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा।