- 10-12 लोग जबरन मंदिर में घुसे
- वहां हरी चादर और फूल चढ़ाने की कोशिश की जैसे मजार पर चढ़ाई जाती है।
- आरोपियों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया
- दो साल में दूसरी बार हुवा हादसा
त्र्यंबकेश्वर मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और करोड़ों लोगों की इस मंदिर में अखुट आस्था है। आज की इस घटना के बाद मंदिर समिति ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी।
महाराष्ट्र स्थित १२ ज्योतिर्लिंगों में से एक ऐसा प्रसिद्ध श्री त्र्यंबकेश्वर मंदिर में बीते दिनों दूसरे धर्म के लोगो द्वारा जबरन घुसने का प्रयास किया था। अब शिंदे सरकार ने उस घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच टीम बनाने का आदेश दिया। महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आदेश पर एसआईटी का गठन किया जा रहा है। बता दें कि बीते साल भी त्र्यंबकेश्वर मंदिर में ही ऐसी घटना सामने आई थी। यही वजह बनी है कि सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया और विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।
शनिवार को महाराष्ट्र के नासिक में स्थित पवित्र त्र्यंबकेश्वर मंदिर में दूसरे धर्म के लोगों के एक समूह ने मंदिर में चादर लेकर जबरन घुसने की कोशिश की थी। हालांकि मंदिर के सुरक्षाकर्मियों की हिम्मत से वह सफल नहीं हो सके थे। बता दें कि मंदिर प्रबंधन समिति के निर्देश हैं कि मंदिर में हिंदुओं के अलावा किसी अन्य धर्म के लोग नहीं आ सकते हैं। और यह मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और करोड़ों लोगों की इस मंदिर में आस्था है। घटना के बाद मंदिर समिति ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। दूसरे धर्म के लोगो द्वारा घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुए थे।
दो साल में ये दूसरी घटना
आपको बता दे कि पिछले साल भी पवित्र श्री त्र्यंबकेश्वर मंदिर में ऐसी घटना हुई थी। ऐसी घटनाओ पर कड़ा रुख अपनाते हुवे राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि SIT सिर्फ अभी की घटना की जांच नहीं करेगी बल्कि पिछले साल इसी मंदिर में हुई घटना की भी जांच करेगी। ADG रैंक के अधिकारी इस विशेष जांच समिति का नेतृत्व करेंगे।
इस घटना के बाद कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और अन्य की तलाश की जा रही है। मंदिर समिति द्वारा दी गई शिकायत में कहा गया है कि 10-12 लोग जबरन मंदिर में घुसे और उन्होंने वहां हरी चादर और फूल चढ़ाने की कोशिश की, जैसे मजार पर चढ़ाई जाती है। करीब आधे घंटे तक हंगामा चला। आरोपियों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जिसे लेकर हिंदू संगठनों में नाराजगी है।