कांग्रेस नेता राहुल गांधी 15 राज्य में अपनी यात्रा को लेकर चले थे या फिर यू कहे की घूमने निकले हैं, लेकिन 15 राज्यों की संख्या से ज्यादा कांग्रेस के दिग्गज नेता काँग्रेस पार्टी को ही छोड़ चुके हैं या यू कहे की कांग्रेस की ये ‘जोड़ो यात्रा’ पिछले दो महीनों में ‘पार्टी छोड़ो’ कैंपेन में बदल चुकी है
चलिए बात करते है भारत जोड़ों यात्रा की
कांग्रेस द्वारा घोषित युवा नेता राहुल गांधी 14 जनवरी 2024 को भारत भर में एक राजनीतिक यात्रा पर निकले जो ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के नाम से निकाली जा रही थी जो जनता को अपने पाले में लाने की कांग्रेस की कोशिश है। एक अच्छा कदम था काँग्रेस का मगर कांग्रेस की ये ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पिछले दो महीनों में धीरे धीरे ‘पार्टी छोड़ो’ कैंपेन में जरूर बदल चुकी है।
न्याय यात्रा याने भारत जोड़ों पार्ट 2 की शुरुवात 14 जनवरी 2024 को हुई थी और ठीक उसी दिन महाराष्ट्र के मजबूत नेता मिलिंद देवड़ा का इस्तीफा हुआ।
राहुल गांधी की यात्रा 14 जनवरी 2024 के दिन मणिपुर से शुरू हुई थी इस में 15 राज्यों से होकर 110 जिले को पूरी यात्रा में कवर किए जा रहे हैं, इस यात्रा का 17 मार्च को मुंबई में समापन हुवा लेकिन उससे पहले ही पार्टी सिमटने की ओर पहुंच चुकी है।
कांग्रेस के बड़े धुरंधरों ने पार्टी को छोड़ा
चलिए करते है एक नजर की कहाँ कितने कॉंग्रेसी धुरंधरोने पार्टी को छोड़ा, धुरंधर नेताओ में पूर्व मुख्यमंत्री से लेकर कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष, मौजूदा सांसद, पूर्व सांसद और पूर्व विधायक तक शामिल हैं। देखते है महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश और केरल समेत कई और राज्य में कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं की पूरी लिस्ट
गुजरात
- नारण राठवा कांग्रेस के दिग्गज नेता
- अर्जुन मोढवाडिया बड़े ओबीसी नेता और पूर्व विधानसभा विपक्ष नेता
- अंबरीश डेर राज्य इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष
- अरविंद लाडाणी माणावदर से विधायक
- चिराग पटेल खंभात से विधायक रहे
- सीजे चावडा वीजापुर बैठक से विधायक रहे
महाराष्ट्र
- अशोक चव्हाण पूर्व मुख्यमंत्री
- मिलिंद देवड़ा कांग्रेस के दिग्गज नेता
- बसवराज पाटील महाराष्ट्र कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बाबा सिद्दीकी पूर्व मंत्री
राजस्थान
- महेंद्रजीत सिंह मालवीय पूर्व मंत्री
- रेशम मालवीय जिला प्रमुख
- अक्ष्यराज पाटीदार जिला कांग्रेस महासचिव
- लालचंद कटारिया पूर्व मंत्री समेत 30 बड़े नेता
मध्य प्रदेश
- पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिग्गज नेता सुरेश पचौरी
- गजेंद्र राजूखेड़ी पूर्व सांसद
- अर्जुन पलिया पिपरिया से विधायक रहे
- आलोक चंसोरिया कांग्रेस के वरिष्ठ नेता
- संजय शुक्ला कांग्रेस के पूर्व विधायक
- विशाल पटेल देपालपुर से विधायक रहे
- कैलाश मिश्रा भोपाल जिला इकाई के पूर्व अध्यक्ष
- अतुल शर्मा छात्र शाखा की प्रदेश इकाई के पूर्व प्रमुख
उत्तराखंड
- मनीष खंडू पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद खंडूरी के बेटे
हिमाचल प्रदेश (कांग्रेस से बगावत की)
- विधायक राजिंदर राणा
- विधायक सुधीर शर्मा
- विधायक देविंदर कुमार भुट्टू
- विधायक इंदर दत्त लखनपाल
- विधायक चैतन्य शर्मा विधायक रवींद्र ठाकुर
उत्तर प्रदेश
- विभाकर शास्त्री : लाल बहादुर शास्त्री के पोते
- उपेंद्र सिंह कांग्रेस के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष
झारखंड
- गीता कोड़ा राज्य में कांग्रेस की एकमात्र सांसद
- त्रिशानु कांग्रेस के जिला महासचिव
- हरिमोहन मिश्रा जामताड़ा जिला अध्यक्ष
केरल
- पद्मजा वेणुगोपाल पूर्व CM के करुणाकरण की बेटी
अरुणाचल प्रदेश
- पूर्व मुख्यमंत्री नबाम तुकी (प्रदेश इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा)
- लोम्बो तायेंग 6 बार के विधायक
- विधायक निनोंग ईरिंग
- विधायक वांगलिन लोवांगडोंग
छत्तीसगढ़
- चुन्नीलाल साहू अकलतरा से पूर्व विधायक
- चंद्रशेखर शुक्ला कांग्रेस महामंत्री
बिहार
- विधायक मुरारी प्रसाद गौतम
- विधायक सिद्धार्थ सौरभ
असम
- अपूर्वा भट्टाचार्य का कांग्रेस सचिव पद से इस्तीफा
- राणा गोस्वामी कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष
ओडिशा
- निहार रंजन महानंदा पूर्व विधायक
पश्चिम बंगाल
- कौस्तव बागची कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में
लिस्ट लंबी है मगर अभी के लिए काफी है ..
काँग्रेस अपनी पार्टी के नेताओ के साथ ही जब न्याय नहीं कर पा रही तो देश भर में न्याय यात्रा निकालने से क्या फायदा ? सबसे पहले काँग्रेस को अपनी पार्टी के नेताओ की नाराजगी दूर करनी जरूरी है ना की न्याय यात्रा के नाम से किसी एक नेता को चमकाने की |
कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया, आरपीएन सिंह और जितिन प्रसाद जैसे बड़े नेता पहले से ही पार्टी छोड़ चुके है ऐसे में काँग्रेस देश से मानो समाप्ति की ओर चल रही है और अगर ऐसा ही चला तो कही काँग्रेस पार्टी सिर्फ 3 लोगों की बनकर न रहे जाए |