14.28 करोड़ सक्रिय श्रमिको को मिलेगा फायदा
लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) से पहले महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MNREGA) में शामिल श्रमिकों की मजदूरी में सरकार ने वृद्धि कर दी है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए औसत वेतन 289 रुपये होगा जबकि वित्त वर्ष 23-24 के लिए 261 रुपये है। हर राज्य में मजदूरी दर अलग है आपको बता दे की मोदी सरकार ने मजदूरी दरों में वृद्धि का नोटिफिकेशन देने से पहले लोकसभा चुनाव 2024 के चलते लगी आचार संहिता की वजह से चुनाव आयोग की परमिशन ली थी जिससे 14.28 करोड़ सक्रिय श्रमिको को मिलेगा फायदा
देखते है नई दरें
- गोवा मनरेगा श्रमिकों को पहले 322 रुपये प्रतिदिन मिलते थे जो अब 356 रुपये प्रतिदिन हो गई है
- अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, मणिपुर, नागालैंड, असम, राजस्थान, केरल और लक्षद्धीप के मनरेगा श्रमिकों की दैनिक मजदूरी 267.32 से बढ़कर 285.47 रुपये हो गई है।
- मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मनरेगा श्रमिकों की मजदूरी दर 221 रुपये थी जो अब बढ़कर 243 रुपये प्रतिदिन हो गई है
- कर्नाटक में मनरेगा दर पहले 316 रुपये प्रतिदिन थी जो अब 349 रुपये हो गई है
- उत्तर-प्रदेश और उत्तराखंड में शामिल मजदूरों की रोजाना मजदूरी दर 230 रुपये थी जो अब बढ़कर 237 रुपये हो गई है
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की अधिकारिक वेबसाइट के अनुसार जनवरी 2024 के मुताबिक मनरेगा में 14.28 करोड़ सक्रिय श्रमिक हैं
मनरेगा का बढ़ाया गया था बजट
1 फरवरी 2024 को वित्त मत्री निर्मला सीतारमण ने देश का बजट पेश किया था | वित्त वर्ष 2023-24 में मनरेगा का बजट लगभग 60,000 करोड़ रुपये था, जिसे बढ़ाकर वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 86,000 करोड़ रुपये कर दिया गया। सरकार ने मनरेगा मजदूरी दर में 3 से 10 फीसदी तक का इजाफा कर दिया है। पूरे भारत में औसत मनरेगा मजदूरी बढ़ोतरी 28 रुपये प्रति दिन है।