Religious leader :
Religious leader : हिन्दू, सिख और मुस्लिम समाज के धर्माचार्यों ने क्या कहा है ? स्वामी अवधेशानंद गिरि, ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल के चेयरमैन सैयद नसरुद्दीन चिश्ती, गुरुद्वारा पटना साहिब के अध्यक्ष जगजोत सिंह ने राहुल गांधी को लेकर क्या कहा और क्या सलाह दी है ?
शिव की अभयमुद्रा
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान भगवान शिव की अभयमुद्रा का जिक्र कर उनकी तस्वीर भी दिखाई। राहुल ने अपने संबोधन में अलग-अलग धर्मों का जिक्र कर अहिंसा से भाजपा का मुकाबला करने की बात कही। लोकसभा में विपक्षी दल के नेताओं के विरोध का सामना कर चुके राहुल को अब धर्माचार्यों ने भी सलाह दी है।
हिंदू अहिंसक और उदार हैं
राहुल गांधी के भाषण पर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा, हिंदू सभी में भगवान को देखते हैं, हिंदू अहिंसक और उदार हैं। हिंदू कहते हैं कि पूरा विश्व उनका परिवार है और उन्हें हमेशा सभी के कल्याण, खुशी और सम्मान के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। हिंदुओं को हिंसक कहना या यह कहना कि वे नफरत फैलाते हैं, सही नहीं है। ऐसी बातें कहकर आप पूरे समाज को बदनाम और अपमानित कर रहे हैं। हिंदू समाज बहुत उदार है और यह ऐसा समाज है जो सभी को शामिल करता है और सभी का सम्मान करता है
स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा, राहुल गांधी बार-बार कहते हैं कि हिंदू हिंसक हैं और हिंदू नफरत पैदा करते हैं… मैं उनके इन शब्दों की निंदा करता हूं। उन्हें ये शब्द वापस लेने चाहिए। पूरा समाज आहत है और संत समाज में गुस्सा है… उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।’
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इस्लाम में अभयमुद्रा का जिक्र नहीं : सैयद नसरुद्दीन चिश्ती
ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल के चेयरमैन सैयद नसरुद्दीन चिश्ती ने कहा, आज संसद में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा है कि इस्लाम में अभयमुद्रा भी है। इस्लाम में मूर्ति पूजा का कोई जिक्र नहीं है, न ही किसी तरह की मुद्रा है। मैं इसका खंडन करता हूं, इस्लाम में अभयमुद्रा का कोई जिक्र नहीं है। मेरा मानना है कि राहुल गांधी को अपना बयान सही करना चाहिए।
सदन में अधूरी और गलत जानकारी पेश की
गुरुद्वारा पटना साहिब के अध्यक्ष जगजोत सिंह ने कहा, आज का दिन बहुत दुखद है। जिस तरह से विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सदन के सामने धर्मों को लेकर तथ्य पेश किए, मेरे हिसाब से उन्हें सही जानकारी नहीं है। उन्होंने सदन में अधूरी जानकारी, गलत जानकारी पेश की। चाहे वह सिख धर्म हो, हिंदू धर्म हो या कोई और धर्म हो, जब तक किसी भी धर्म के बारे में पूरी जानकारी न हो नहीं बोलना चाहिए। पूरी जानकारी लेकर ही बोलना चाहिए
1984 दंगों की दिलाई याद
जगजोत सिंह ने कहा, यह बहुत अच्छी बात है कि उन्होंने हिंसा के बारे में बात की लेकिन उन्हें शायद 1984 में सिखों के साथ हुई हिंसा के बारे में पता नहीं है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि दिल्ली में ही बहुत से पीड़ित परिवार रह रहे हैं। राहुल गांधी को एक बार उनके पास जाकर माफी मांगनी चाहिए
संसद में क्या बोले राहुल
अपने भाषण के साथ राहुल ने लोकसभा में भगवान शिव की तस्वीर दिखाते हुवे और हिंदू धर्म और भगवान शिव की अभयमुद्रा का जिक्र करते हुए कहा था कि भगवान शिव, गुरू नानक, ईसा मसीह, भगवान बुद्ध और भगवान महावीर ने पूरी दुनिया को अभयमुद्रा का संकेत दिया। राहुल गांधी के मुताबिक अभयमुद्रा का अर्थ है डरो मत और डराओ मत। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी राहुल को तस्वीरें न दिखाने को कहा। उन्होंने इस्लाम का जिक्र करते हुए कहा, कुरान में भी इस बात का साफ उल्लेख है कि डराना मना है, लेकिन सत्ताधारी दल के लोग डराने के साथ-साथ हिंसा भी फैलाते हैं।