Nameplate Controversy :
Nameplate Controversy : सु्पीम कोर्ट ने सोमवार को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की सरकारों द्वारा जारी निर्देशों पर अंतरिम रोक लगा दी थी, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की सरकारों द्वारा जारी निर्देशों में कांवड़ यात्रा मार्गों पर स्थित भोजनालयों को अपने मालिकों, कर्मचारियों के नाम और अन्य विवरण प्रदर्शित करने के लिए कहा गया था, इस निर्देश पर जस्टिस ऋषिकेश रॉय और न्यायमूर्ति एस. वी. एन. भट्टी की बेंच ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश सरकारों को नोटिस जारी करते हुवे उनसे निर्देश को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर जवाब देने को कहा था
क्या कहा मोरारीबापू ने ?
रामायण कथाकार और आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू ने भी अब उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की सरकारों द्वारा जारी निर्देश याने कांवड़ यात्रा मार्ग में आने वाली दुकानों और होटलों के मालिकों के नेमप्लेट लगाने के आदेश पर जारी विवाद को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है, मोरारीबापू ने कहा कि ये यात्रा लोगों की श्रद्धा की यात्रा है, यहां कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है, मैंने कांवड़ यात्रा हर प्रांत में देखी है, ज्योर्तिलिंग के समय भी हम जा रहे थे, कांवड़ यात्रा निकली थी, मैंने भी इसमें भाग लिया था, राजनीति और राजकीय क्षेत्र मेरा क्षेत्र नहीं है लेकिन, ये श्रद्धा की यात्रा है। इसको विवाद का मुद्दा नहीं बनाया जाए
कृपया कोई इसको राजनीतिक मुद्दा न बनाए
लोग महादेव का अभिषेक करने के लिए कितनी श्रद्धा से ‘बम भोले-बम भोले’ के जयकारे लगाते हुए जा रहे होते हैं, मोरारीबापू ने आगे कहा की, हर चीज को देश में राजनीति का मुद्दा नहीं बनाना चाहिए, बल्कि श्रद्धा को आगे बढ़ाना चाहिए, सही-गलत का कोई प्रश्न नहीं है, मेरी दृष्टि में, क्योंकि यह क्षेत्र मेरा नहीं है, कोई विवाद में जाना नहीं और जिसमें पक्की श्रद्धा है, वह जान ही लेगा कि मुझे किस तरह आगे बढ़ाना चाहिए, कृपया कोई इसको राजनीतिक मुद्दा न बनाए
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