कई ऐसी योजनाए है जिसके बारे में लोगों को ठीक से पता ही नहीं है, आज ऐसी ही एक योजना के बारे में हम बात करेंगे, आपको बताया दे की सरकारी योजनाएं केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जाती हैं। आज हम यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार की एक ऐसी योजना की जानकारी देंगे जिसमें गरीब बच्चों को हर साल 14400 रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है। जिसे श्रमिक विद्या योजना कहा जाता है |
कुछ बाते याद रखना
- जो लाभार्थी योजना के अन्तर्गत कक्षा-8, 9 व 10 तक की शिक्षा प्राप्त करते हैं तो उन्हे कक्षा-8 उत्तीर्ण करने पर 6000/- कक्षा-9 उत्तीर्ण करने पर 6000/- व कक्षा-10 उत्तीर्ण करने पर 6000/- की अतिरिक्त धनराशि प्रोत्साहन के रूप में देय होगी।
- योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने हेतु विद्यालय में न्यूनतम 70 प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करनी होगी। इस सम्बन्ध में ई-ट्रैकिंग सिस्टम के माध्यम से विद्यालय के प्रधानाध्यापक को लाभार्थी की नियमित उपस्थिति को प्रमाणित करना होगा।
- योजना के अन्तर्गत समस्त वित्तीय लाभ/धनराशि लाभार्थी के बैंकखाते में सीधे जमा की जायेगी।
- यदि लाभार्थी बच्चे/किशोर-किशोरी का परिवार प्रदेश के ही अन्दर किसी अन्य जिले में विस्थापित (MIGRATE) करता है तो योजना का लाभ निरन्तर मिलता रहेगा।
- योजना के अंतर्गत यह प्रयास किया जायेगा कि लाभार्थी बच्चों/किशोरों को निकटतम सरकारी विद्यालयो में प्रवेशित कराया जाये। यदि एक किलोमीटर की परिधि में ऐसे विद्यालय उपलब्ध न हो तो किसी मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय में भी प्रवेशित कराया जा सकता है।
- इस बात को खास तौर पर याद रखे की कितने वर्ष तक बच्चे इस योजना का लाभ उठा सकते हैं? तो इस योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता अधिकतम पाँच साल या जब तक बच्चा 10 वीं कक्षा उत्तीर्ण नहीं करेगा तब तक इस योजना का लाभ उठा सकता है
श्रमिक विद्या योजना में लड़कों को हर महीने 1000 रुपये और लड़कियों को 1200 रुपये दिए जाते हैं। इस श्रमिक विद्या योजना का असल उद्देश्य गरीब बच्चों को शिक्षा से जोड़ना है, सरकार द्वारा अगर उनकी शिक्षा के लिए थोड़ा आर्थिक सहयोग मिलेगा तो गरीब लोगों के बच्चे पढ़ सकेंगे । इस तरह एक वर्ष में लाभार्थी के खाते में 14400 रुपये तक की अधिकतम राशि सरकार की ओर से भेजी जाती है। आइए देखते है इस योजना के बारे में विस्तार से ..
सबसे पहले देखते है की कौन-कौन ले सकते हैं श्रमिक विद्या योजना का लाभ
8 से 18 आयु वर्ग के किशोर-किशोरी / कामकाजी बच्चे जो की संगठित या असंगठित क्षेत्र में कार्य कर अपने परिवार की आय में वृद्धि में सहयोग कर रहे हैं, वो बच्चे इस योजना का लाभ ले सकते हैं। इसमें कृषि, गैर कृषि, स्वरोजगार, गृह आधारित प्रतिष्ठान, घरेलू कार्य व किसी प्रकार का भी श्रम शामिल है।
योजना से जुड़ी कुछ जरूरी बातें
श्रमिक विद्या योजना का लाभ निम्न पांच कैटेगरी में आने वाले बच्चों को ही मिल सकता है
- माता या पिता या दोनों स्थाई रूप से विकलांग हो
- माता या पिता या दोनों की मृत्यु हो चुकी हो |
- माता या पिता या दोनों स्थाई किसी गंभीर असाध्य रोग से ग्रसित हो |
- महिला या माता/पिता की मुखिया हो |
- भूमिहीन परिवार हो
श्रमिक विद्या योजना के लिए जरूरी दस्तावेज इस प्रकार है
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
श्रमिक विद्या योजना के लिए आवेदन कैसे करे
- सबसे पहले आपको यूपी सरकार के बाल श्रमिक विद्या योजना पोर्टल ( यहां याने इस सरकारी वेब साइट ) पर जाना होगा।
- अब ऑनलाइन आवेदन के लिए यहाँ पर याने signup पर क्लिक करके साइन-अप करना होगा।
- यहां लाभार्थी के अभिभावक या कोई दूसरा व्यक्ति अपनी जानकारी दे सकता है।
- अब नाम, मोबाइल नंबर, पासवर्ड की जानकारियां देने के बाद यूजर बनाएं पर आपको क्लिक करना होगा।
- अब रजिस्ट्रेशन के बाद रजिस्टर्ड आईडी पासवर्ड के साथ अकाउंट लॉग-इन कर पोर्टल पर आपसे मांगी गई जानकारियों को भर कर सबमिट करना होगा।
अगर श्रमिक विद्या योजना के लिए आपका रजिस्ट्रेशन हो चुका है और मांगी गई सारी जानकारी आपने दे दी है तो यहां पर रजिस्टर्ड कर आपकी आईडी खोज सकते हैं।
श्रमिक विद्या योजना से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए आप इस वेब साइट पर विजिट कर सकते है