Kerala to Keralam :
Kerala to Keralam : देश में राज्यों के नाम बदलने का इतिहास काफी पुराना है, 1950 में यूनाइटेड प्रोविन्स के साथ ये सफर शुरू हुवा था और आज केरलम बनाने की ओर बढ़ रहा है .. केरलम की बात करने से पहले आइए करते है राज्यों के नाम बदलने के इतिहास पर सर्वप्रथम नजर
अब तक किन किन राज्यों के नाम बदले गए ?
पंजाब के विभाजन के बाद साल 1996 में ईस्ट पंजाब से तीन राज्य बनाये गए थे, हरियाणा, हिमाचल और पंजाब और ईस्ट पंजाब का नाम बदलकर पंजाब कर दिया गया |
यूनाइटेड प्रोविन्स का नाम साल 1950 में बदलकर उत्तर प्रदेश कर दिया गया |
उत्तर प्रदेश का विभाजन कर साल 2000 में एक नया राज्य उत्तरांचल बनाया गया |
उत्तरांचल का नाम बदलकर 2007 में उत्तराखंड कर दिया गया |
मद्रास प्रेसीडेंसी में रहने वाले तेलुगू भाषी हिस्से को साल 1953 को आंध्र स्टेट बना दिया गया |
आंध्र स्टेट का नाम साल 1956 में बदलकर आंध्र प्रदेश कर दिया गया |
मध्य भारत का नाम साल 1959 में बदलकर मध्य प्रदेश कर दिया गया |
मद्रास स्टेट का नाम साल 1969 में बदलकर तमिलनाडु कर दिया गया |
मैसूर स्टेट का नाम 1973 में बदलकर कर्नाटक रख दिया गया |
लक्कदीव, मिनिकॉय और अमनदीवी का नाम 1973 में बदलकर लक्षद्वीप रखा गया |
पॉन्डिचेरी का नाम साल 2006 में बदलकर पुडुचेरी कर दिया गया |
उड़ीसा का नाम साल 2011 में बदलकर ओडिशा किया गया |
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केरल का नाम बदलकर केरलम करने का प्रस्ताव पारित
पिछले साल की 9 अगस्त को केरल विधानसभा ने राज्य का नाम केरलम करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया था, इस प्रस्ताव में केंद्र से संविधान की पहली अनुसूची में राज्य का नाम बदलकर ‘केरलम’ करने को कहा गया था,मगर इस प्रस्ताव को केन्द्र ने वापस लौटाते हुए उसमें सुधार की बात की थी, अब सोमवार याने 24 जून को फिर से मामूली सुधारों के साथ इस प्रस्ताव को दोबारा से पारित कर दिया, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की ओर से पेश किए गए प्रस्ताव में मांग की गई है कि संविधान की पहली अनुसूची में राज्य का नाम आधिकारिक रूप से बदलकर ‘केरलम’ करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 3 के तहत आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए