Gujarat
गुजरात : हर गांव के हर घर तक पाइपलाइन के माध्यम से पीने का पानी पहुंचे इस उद्देश्य से गुजरात सरकार द्वारा शुरू की गई थी यह योजना और इस योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है|इस योजना के अंतर्गत महिसागर जिले के 714 गांवों में से 620 गांवों में लगभग 238 करोड़ की राशि इस योजना के अंतर्गत खर्च की गई थी लेकिन इन गांवों में न तो पाइपलाइन बिछाई गई, न ही नल कनेक्शन मिले और न ही एक बूंद पानी किसी घर तक पहुंचा उल्टा 123 करोड़ रुपये के दुरुपयोग का मामला सामने आया है जिसके अंतर्गत गुजरात सरकार ने ही अपने 12 कर्मचारियों के खिलाफ CID क्राइम शाखा वडोदरा में शिकायत दर्ज कराई है
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महिसागर : जिले के गांवों में न तो पाइपलाइन बिछाई गई, न ही नल कनेक्शन मिले और न ही एक बूंद पानी किसी घर तक पहुंचा मगर सरकारी दस्तावेजों में यह दर्शाया गया कि कार्य पूर्ण हो चुका है, जिला वास्मो यूनिट के वर्तमान मैनेजर गिरीश अंगोला ने इस मामले में जिला वास्मो कार्यालय के तत्कालीन यूनिट मैनेजर ए.जी. राजपरा और 11 आउटसोर्स कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुवे पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने बताया कि महिसागर जिले के इन 620 गांवों में एजेंसियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जी बिल, झूठे कार्य विवरण और नकली कागजात तैयार किए गए और इन दस्तावेजों के सहारे यह दिखाया गया कि संबंधित गांवों में नल कनेक्शन, पाइपलाइन और अन्य सहायक कार्य पूरे कर दिए गए, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है और अभी तक पानी पहुंचा ही नहीं है

गुजरात सरकार मंत्री ऋषिकेश पटेल ने प्रेस को बताया कि “जैसे ही लापरवाही और धोखाधड़ी सामने आई, तुरंत कार्रवाई की गई. संबंधित अधिकारियों को निलंबित किया गया,112 एजेंसियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है. जांच पूरी होने के बाद किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.”
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