- सिमी के पुराने सदस्यों को जोड़ कर बना रहे थे गुप्त संगठन
- २०४७ तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का प्लान और दस्तावेज
- झारखंड पुलिस का रिटायर्ड दारोगा निकला गिरफ्तार आतंकी
- ८० लाख से ज्यादा का ट्रांजैक्शन मिला
- आतंकी अतहर तो ब्लास्ट केस के अभियुक्तों का बेलर था
पटना दौरे पर आए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आतंकियों के निशाने पर थे, आज पटना में आतंकियों के बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। यहां आतंकियो को 15 दिन से मोदी पर हमले के लिए ट्रेनिंग दी जा रही थी। आतंकियो ने नूपुर शर्मा समेत इस्लाम के खिलाफ बोलने वालों की लिस्ट तैयार कर रखी थी ।
प्रधानमंत्री के दौरे से ठीक एक दिन पहले ही पुलिस ने दो संदिग्ध आतंकियों अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन को गिरफ्तार किया । आतंकी अतहर ने पुलिस को बताया कि इस मुहिम में 26 लोग शामिल थे और सभी की पटना में ट्रेनिंग चल रही थी। सभी 26 लोग पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी PFI और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया यानी SDPI से भी जुड़े थे। अतहर और जलालुद्दीन की सूचना पर गुरुवार को फुलवारी शरीफ के रहने वाले अरमान मलिक को गिरफ्तार किया है जो की इस मामले में यह तीसरी बड़ी गिरफ्तारी है। फुलवारी शरीफ का अरमान भी PFI की मीटिंग में शामिल होता था।
2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का प्लान और दस्तावेज
इंडिया 2047 नाम का डॉक्यूमेंट आतंकियो के पास से मिला है। पुलिस के हाथ लगे 7 पेज के इस डॉक्यूमेंट में पूरी प्लानिंग का जिक्र है। पटना के फुलवारी शरीफ के अहमद पैलेस की दूसरी मंजिल को ट्रेनिंग सेंटर बना दिया गया था जीसमें बिहार के बाहर के लोग भी आ रहे थे।
80 लाख से ज्यादा का ट्रांजैक्शन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना दौरे से ठीक एक दिन पहले यानी 11 जुलाई की शाम काे IB (इंटेलिजेंस ब्यूरो) के इनपुट पर पुलिस ने नया टोला में छापेमारी कर जलालुद्दीन और गुलिस्तां मोहल्ला स्थित घर से अतहर काे पकड़ा था। दोनों के बैंक अकाउंट से 80 लाख से ज्यादा का ट्रांजैक्शन मिला है जिसकी जांच अब ईडी करेगी ।
फुलवारी शरीफ के ASP मनीष कुमार ने बताया कि ये दोनों आतंकी मिशन 2047 पर काम कर रहे थे और ये लोग भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाना चाहते थे। इसी टारगेट को पूरा करने के लिए मुस्लिम युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी।
झारखंड पुलिस का रिटायर्ड दारोगा निकला गिरफ्तार आतंकी
गिरफ्तार आतंकियों में एक झारखंड पुलिस का रिटायर्ड दरोगा जलालुद्दीन है और दूसरा उसका साथी अतहर परवेज है। ये दोनों मार्शल आर्ट और शारीरिक शिक्षा देने के नाम पर हथियार चलाने की ट्रेनिंग देते थे और इन दोनों पर धार्मिक उन्माद फैलाने और आतंकवादी गतिविधि करने का भी आरोप है।
आतंकी अतहर तो ब्लास्ट केस के अभियुक्तों का बेलर था
एएसपी ने यह भी बताया कि 2001, 2003 और 2013 में आतंकी गतिविधियों में हुई सभी गिरफ्तारी में अतहर बेलर रहा है जिसका सत्यापन पुलिस ने कर लिया है।
पुलिस जब पकड़ा तो ने इनके ठिकानों से कई आपत्तिजनक बैनर, पैम्फलेट, वीडियो समेत अन्य दस्तावेज बरामद हुवे हैं। सबूत मिलने के बाद पुलिस ने बुधवार काे दोनों काे मीडिया के सामने पेश किया। एएसपी ने बताया कि अतहर के विभिन्न बैंकों में तीन अकाउंट हैं। इनमें 83 लाख रुपए जमा हैं अब इन तीनों अकाउंट्स को फ्रीज कराया जाएगा।
सिमी के पुराने सदस्यों को जोड़ कर बना रहे थे गुप्त संगठन
गिरफ्तार मोहम्मद जलालुद्दीन प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिमी का एक्टिव सदस्य है और अब पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) का भी एक्टिव मेंबर है। पूछताछ में इसने खुलासा किया है कि PFI से सिमी के पूर्व सदस्यों को जोड़ा जा रहा है। इसके बाद इन्हें जोड़कर एक गुप्त संगठन तैयार किया जा रहा है और इस गुप्त संगठन को एक बड़ा टारगेट दिया गया है।