हरियाणा तावडू क्षेत्र ; डंपर के क्लीनर इकरार के पैर में गोली लगी है। इकरार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। डंपर के ड्राइवर को भी पुलिस ने घेर लिया है। दोनों ही पंचगांव के रहने वाले हैं। हालांकि हरियाणा के DGP पीके अग्रवाल ने एक आरोपी के गोली लगने और गिरफ्तारी की पुष्टि की ।
तावड़ू पुलिस को पंचगांव की पहाड़ी में बड़े स्तर पर अवैध खनन की सूचना मिली थी जिसके चलते DSP सुरेंद्र सिंह पुलिस टीम के साथ पहाड़ी पर रेड मारने पहुंचे थे। पहाड़ी पर उन्हें पत्थर ले जाते वाहन मिले तो उन्होंने उसे रोकना शुरू कर दिया। इसी बीच माफियाओं ने DSP पर पत्थरों से भरा डंपर चढ़ा दिया।
DSP सुरेंद्र सिंह अपनी सरकारी गाड़ी के पास खड़े थे मगर डंपर की टक्कर से वह नीचे गिर गए और डंपर उनको रौंदता हुआ ऊपर से निकल गया और जांबाज सुरेंद्र सिंह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे।
माफिया को छोड़ेंगे नहीं : गृहमंत्री बोले
नूंह में DSP सुरेंद्र सिंह हत्या के मामले में गृहमंत्री अनिल विज ने कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मैंने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। जितनी फोर्स लगानी पड़े, लगाएंगे पर खनन माफियाओं को बख्शेंगे नहीं। खनन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि इलाके में अवैध खनन चल रहा था। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
तावड़ू क्षेत्र के अरावली की पहाड़ियों पर बड़े स्तर पर अवैध खनन किया जा रहा था जिसके चलते प्रशासन ने इस पर रोक लगाने के लिए 3 जून को उपमंडल स्तर पर एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया था। इसमें कई विभागों के अधिकारी शामिल थे, जिसकी कमान डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई को दी गई थी और टास्क फोर्स को सप्ताह में दो बार अरावली क्षेत्र के लगते गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लेना था। डीएसपी मंगलवार को अवैध खनन की सूचना पर यहां पहुंचे तो उनकी हत्या कर दी गई।
सीएम मनोहर लाल ने DGP और SP नूंह से घटना की जानकारी ली। साथ ही दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। खट्टर ने सुरेंद्र सिंह के परिवार को 1 करोड़ रुपए की सहायता राशि और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी भी देने की घोषणा की है।