गुजरात में पिछले 48 घंटो से हो रही भारी बारिश से हालात भयावह होते जा रहे हैं। छोटा उदयपुर और नर्मदा जिले में नदियां उफान पर हैं। गुजरात के नवसारी और वलसाड जिले में 700 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और दक्षिण और मध्य गुजरात के 388 रास्ते बंद हो चुके हैं।
बिगड़ते हालातों के बीच गुजरात सीएम कार्यालय द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य में भारी बारिश से पैदा हुई गंभीर स्थिति के बारे में जानकारी ली है, सीएम कार्यालय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार स्थिति से निपटने के लिए NDRF सहित सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी।
अधिकारियों ने बताया कि मध्य गुजरात और दक्षिण के जिलों में बारिश के कारण नदियां भारी उफान पर हैं। जीसके चलते निचले इलाकों में पानी भर गया है। इन क्षेत्रों से करीब 1,500 लोगों को निकाला गया और मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो छोटा उदयपुर में बोडेली तालुका में रविवार को शाम 6 बजे तक सिर्फ 12 घंटों में 433 मिमी बारिश हुई है ।
48 घंटों में हुए भयावह हालात
छोटा उदयपुर जिले में लगातार भारी बारिश से पुल का एक हिस्सा गिर गया। जबकि गुजरात के तापी जिले के पांचोल और कुम्भिया गांवों को जोड़ने वाला पुल बारिश की धार में बह गया।
अब तक 61 की मौत
गुजरात में भारी बारिश और बाढ़ के कारण इस साल अब तक 61 मौतें हुई हैं। बात करे अहमदाबाद की तो बारिश से हर जगह पानी ही पानी भर गया है। इस कारण कलेक्टर ने स्कूलों को भी बंद करने का आदेश दिया है। NDRF की 13 और SDRF की 16 टीम फिलहाल कार्यरत है।