बड़बोले श्री किरेन रिजिजू से कानून मंत्रालय मोदी सरकारने छीन लिया है। अब उनकी जगह ये जिम्मेदारी श्री अर्जुन राम मेघवाल संभालेंगे । अर्जुन राम मेघवाल वर्तमान में केन्द्रीय संस्कृति एवं संसदीय कार्य मंत्री, पूर्व केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय जल संसाधन, गंगा विकास मंत्री तथा बीकानेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद है।
चर्चित घोटाले को लाए थे सामने
अर्जुन राम मेघवाल की जीवन यात्रा बहुत सारे लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत है, ये वही अर्जुन राम मेघवाल है जिसने राजस्थान के बीकानेर में रॉबर्ट वाड्रा के कथित अवैध भूमि सौदे को प्रकाश में लाने का काम किया था, उसके बाद वह राष्ट्रीय स्तर पर बहुत चर्चा में आ गए थे।
साइकिल उनकी पहली पसंद और महज १३ की उम्र मे
मेंघवाल को प्रधानमंत्री मोदी की पसंद माने जाते हैं, केंद्रीय मंत्री को सरकार की तरफ से कार दी गई है मगर कार का इस्तेमाल करने की बजाय वो साइकिल से चलना ज्यादा पसंद करते हैं। वह अपने शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रपति भवन भी साइकिल से ही पहुंचे थे। पूर्व नौकरशाह होने के कारण सरकारी कामकाज की अच्छी समझ है उन्हें ,वित्त मंत्रालय के राज्य मंत्री रहते हुए अच्छा काम किया। मेघवाल की शादी मात्र 13 साल की उम्र में हो गई और बीकानेर के श्री डुंगर कॉलेज से उन्होंने बीए की डिग्री पाई और उसी संस्थान से वकालत की स्नातक डिग्री LLB और स्नातकोत्तर डिग्री भी हासिल की।
पढ़ाई के बाद की प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी
पढ़ाई पूरी करने के बाद मेघवाल ने प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारीया शुरू कर दी थी। भारत डाक एवं तार विभाग में टेलीफोन ऑपरेटर का काम करते हुवे राजनीति में उनकी शुरुआत हुई, और उन्होंने टेलीफोन ट्रैफिक एसोसिएशन का चुनाव लडा और महासचिव चुने गए। टेलीफोन ऑपरेटर के रूप में काम करते हुए मेघवाल ने अपने दूसरे प्रयास में ही राजस्थान राज्य प्रशासनिक सेवा की परीक्षा पास कर ली। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी के रूप में प्रोन्नत्ति मिली और राजस्थान के चुरू के जिलाधिकारी बने।
साल 2009 में शुरू हुआ राजनीतिक जीवन और बने सांसद
अर्जुन राम मेघवाल का जन्म 7 दिसंबर 1954 में हुआ था। अर्जुन राम मेघवाल के राजनीतिक जीवन की शुरुआत साल 2009 में हुई थी, तब भाजपा के टिकट पर बीकानेर लोकसभा से उन्होंने अपना पहला चुनाव जीता था। इसके बाद साल 2014 के लोकसभा चुनाव में दूसरी बार सांसद निर्वाचित हुए। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीकानेर से लगातार तीसरी बार सांसद निर्वाचित हुए।केन्द्र सरकार में वे वित्त व कंपनी मामलात राज्य मंत्री संसदीय कार्यमंत्री, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण राज्य मंत्री भी रहे।