- चुनावी बॉन्ड की समूची धनराशि का 50 फीसद केवल भाजपा को मिला है।
- सूट-बूट-लूट-झूठ की सरकार
- चंदा दो, धंधा लो
- मोदी कहते हैं ‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा’ लेकिन ऐसा लगता है कि उनका मतलब केवल यही था ‘सिर्फ भाजपा को खिलाऊंगा’
चुनावी बॉन्ड योजना के माध्यम से भाजपा पर गंभीर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट से इसकी उच्च स्तरीय जांच कराए जाने के साथ भाजपा के बैंक खातों को तत्काल प्रभाव से फ्रीज करने की मांग काँग्रेस पार्टी ने की है। पार्टी ने कहा कि इसके जरिए चुनावी बॉन्ड की सम्पूर्ण धनराशि का 50 फीसद केवल भाजपा को मिला है।
चंदा दो, धंधा लो : खरगे का भाजपा पर प्रहार
कांग्रेस के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सामने आए चुनावी बॉन्ड के आंकड़ों ने भ्रष्ट रणनीति अपनाते हुए भाजपा ने चंदा दो, धंधा लो से लेकर शेल कंपनियों के माध्यम से मनी लोंड्रीग को उजागर किया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मोदी कहते हैं न खाऊंगा, न खाने दूंगा लेकिन ऐसा लगता है कि उनका मतलब केवल यही था सिर्फ भाजपा को खिलाऊंगा।
सूट-बूट-लूट-झूठ की सरकार
कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कंपनियों पर ईडी-सीबीआई-आईटी छापे और चुनावी बॉन्ड से भाजपा को मिले चंदे में सीधे संबंध होने का दावा करते हुए कहा कि यह चंदा दो, धंधा लो का उदाहरण है और हम सरकार को चुनौती देते हैं कि किसने किस राजनीतिक दल को कितना चंदा दिया, इसका पूरा आंकड़ा जारी करे। स्टेट बैंक के बॉन्ड का विशेष नंबर जारी नहीं करने पर सवाल उठाते हुए कहा कि जल्द ही सूट-बूट-लूट-झूठ की सरकार के पास छिपने के लिए कोई जगह नहीं होगी। चुनावी बॉन्ड आंकड़े का पहला त्वरित विश्लेषण भाजपा की कम से कम चार भ्रष्ट रणनीति को उजागर करते हैं। इसमें एक दूसरे को फायदा पहुंचाने के कई उदाहरण है
भाजपा की रणनीति में ईडी-सीबीआई-इनकम टैक्स
जिंदल स्टील एंड पावर ने सात अक्टूबर 2022 को 25 करोड़ रुपए दान दिए और तीन दिन बाद 10 अक्टूबर को उसे कोयला खदान मिल गया। अप्रैल 2023 में 140 करोड़ रूपए का दान दिया और महीने बाद उन्हें 14400 करोड़ रुपए की ठाणे-बोरीवली ट्विन टनल परियोजना का ठेका दिया गया। उन्होंने कहा कि जयराम ने आरोप लगाया कि चंदा बॉन्ड में हफ्ता वसूली की भाजपा की रणनीति में ईडी-सीबीआई-इनकम टैक्स के जरिए एक लक्ष्य पर छापा मारना और फिर कंपनी की सुरक्षा के लिए दान के तौर पर हफ्ता मांगना शामिल है। उनके मुताबिक फ्यूचर गेमिंग एंड होटल्स ने 1200 करोड़ रुपए से अधिक का दान दिया है जो अब तक का सबसे बड़ा दानकर्ता है, दो अप्रैल 2022 को ईडी ने फ्यूचर पर छापा मारा और पांच दिन बाद सात अप्रैल को कंपनी ने 100 करोड़ रुपए का चुनावी बॉन्ड से दान किया।
मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रा को 4500 करोड़ का जोजिला टनल प्रोजेक्ट अगस्त 2020 में मिला और उसने अक्टूबर 2020 में चुनावी बॉन्ड में 20 करोड़ रुपए दिए। वेदांता को तीन मार्च 2021 को राधिकापुर पश्चिम निजी कोयला खदान मिली और अप्रैल 2021 में चुनावी बॉन्ड से उसने 25 करोड़ रुपए दान किए। वहीं साथ ही मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रा फर्म को दिसंबर 2022 में बीकेसी बुलेट ट्रेन स्टेशन का अनुबंध मिला और उसने 56 करोड़ रुपए का दान दिया। जयराम ने कहा बॉन्ड में शेल कंपनियों के जरिए मनी लोंड्रीग हुई है और स्टेट बैंक का केवल अप्रैल 2019 से आंकडे देना और मार्च 2018 में बॉन्ड की पहली किश्त बेचने का डेटा जारी नहीं करना इसे छिपाने की ओर इशारा कर रहा है।