UCC : देश में चल रहे loksabha election 2024 चुनावी माहोल के बीच केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने UCC पर भाजपा का रुख साफ करते हुवे कहा की कानूनी विद्वान आंबेडकर जी ने कहा था कि एक धर्मनिरपेक्ष देश में धर्म के आधार पर कानून नहीं होने चाहिए
UCC लागू करना हमारी जिम्मेदारी- अमित शाह
श्री अमित शाह ने UCC पर कहा की, समान नागरिक संहिता हम पर एक जिम्मेदारी है, जिसे हमारे संविधान निर्माता हम पर, हमारी संसद पर और राज्य विधानसभाओं पर छोड़कर गए हैं। संविधान सभा ने हमारे लिए जो मार्गदर्शक सिद्धांत तय किए थे, उनमें समान नागरिक संहिता भी शामिल है। यहां तक कि उस समय भी कानूनी विद्वानों जैसे केएम मुंशी, राजेंद्र बाबू, आंबेडकर जी ने कहा था कि एक धर्मनिरपेक्ष देश में धर्म के आधार पर कानून नहीं होने चाहिए। समान नागरिक संहिता होनी चाहिए
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हमने अपने संकल्प पत्र में भी लिखा है कि भाजपा पूरे देश में समान नागिरक संहिता लागू करेगी
केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा की, हमने अपने संकल्प पत्र में भी लिखा है कि भाजपा पूरे देश में समान नागिरक संहिता लागू करेगी। क्या देश में अगले पांच वर्षों में समान नागरिक संहिता लागू हो जाएगी? इस सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा, यह अगले कार्यकाल में हो सकता है। पांच साल इसके लिए पर्याप्त समय है
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एजेंडे में 1950 से ही है समान नागरिक संहिता
मुझे लगता है कि समान नागरिक संहिता एक बड़ा सामाजिक, कानूनी और धार्मिक सुधार होगा। उत्तराखंड सरकार द्वारा बनाए कानून की भी सामाजिक और कानूनी जांच भी होनी चाहिए और धार्मिक नेताओं से भी सलाह ली जानी चाहिए, केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने आगे कहा की, भाजपा ने उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करके एक प्रयोग किया है क्योंकि यह राज्यों और केंद्र दोनों का विषय है। समान नागरिक संहिता हमारे एजेंडे में साल 1950 से ही है और हाल ही में भाजपा शासित राज्य उत्तराखंड में इसे लागू भी कर दिया गया है