घाटी में पथराव और दंगों का अंत
कश्मीरी एक्टिविस्ट तस्लीमा अख्तर ने पाकिस्तान को आईना दिखाया और साथ ही मोदी सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और अगस्त 2019 से जम्मू-कश्मीर में देखे गए परिवर्तन की भी सराहना की। कश्मीरी एक्टिविस्ट तस्लीमा ने साफ शब्दों में कहा कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद पाकिस्तान प्रायोजित पथराव बंद हो गया है और हमने (कश्मीरी लोगो ने )घाटी में पाकिस्तान समर्थित संगठनों द्वारा किए गए दंगों और हिंसा का अंत देखा है
जम्मू-कश्मीर और गुलाम कश्मीर में एक बड़ा अंतर
कश्मीरी एक्टिविस्ट तस्लीमा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और गुलाम कश्मीर में एक बड़ा अंतर है। एक तरफ हम जम्मू कश्मीर में राजमार्गों, सड़कों और स्टेशनों का निर्माण देख रहे हैं। तो दूसरी तरफ गुलाम कश्मीर में लोग अपने पैसों से सड़कें बनाने के लिए मजबूर हैं।
कश्मीर में अब शांति और विकास
कश्मीरी एक्टिविस्ट तस्लीमा ने जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने की पहल की सराहना करते हुवे कहा कि कश्मीर पर्यटन का केंद्र बन गया है। कश्मीरी महिलाएं आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के रूप में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं। कश्मीर दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करता है और युवाओं की मानसिकता में सकारात्मक बदलाव देखने को भी मिलता है।
कश्मीर के बारे में बार-बार झूठे दावे और निराधार बातें की गईं
कश्मीरी एक्टिविस्ट तस्लीमा अख्तर ने पाकिस्तान को आईना दिखाते कहा कि कश्मीर के बारे में बार-बार झूठे दावे और निराधार बातें की गईं। पाकिस्तानी एजेंटों को बेनकाब करते हुए कहा कि यह लोग अक्सर संयुक्त राष्ट्र में कश्मीरी निवासियों के रूप में सामने आते हैं। ब्रिटेन, फ्रांस और इटली जैसे देशों में रहने वाले कुछ लोगों का अपना एक एजेंडा है। उन्हें कश्मीर के बारे में कोई जानकारी नहीं है।