Google ने कहा कि जब उसे आपके ऐप व्यवहार और आपकी घोषणा के बीच एक विसंगति के बारे में पता चलता है, तो वह उचित कार्रवाई कर सकती है जिसमें प्रवर्तन कार्रवाई भी शामिल हैं ,Google अब ऐसी अनुमतियों को नहीं दिखाने के लिए तैयार है, जो वह अपने प्ले स्टोर पर ऐप्स से स्वचालित रूप से एकत्र करती है। ऐसे में डेवलपर्स के पास डेटा गोपनीयता फ़ॉर्म भरने के लिए 20 जुलाई तक का समय हैऔर डेवलपर्स कोअपने ऐप्स के लिए पूर्ण और सटीक घोषणाएं करनी होगी।
गूगल की घोषणा और डेवलपर
गूगल ने पिछले साल नए डेटा गोपनीयता अनुभाग की घोषणा की थी, Google ने Play Store पर मौजूद ऐप्स के लिए एक नया डेटा सुरक्षा अनुभाग याने Data Safety section बनाया था,जिससे डेवलपर्स पर ये निर्भर करता है कि वे अपने ऐप्स द्वारा एकत्र की जाने वाली जानकारी का सम्पूर्ण खुलासा करें। गूगल के अनुसार केवल आपके पास ही डेटा सुरक्षा फ़ॉर्म को पूरा करने के लिए आवश्यक सभी जानकारी है। बात करे एपल स्टोर की तो ऐपल ऐप स्टोर की गोपनीयता न्यूट्रिशन लेबल के लिए एक समान नीति है, और यह भी आवश्यक है कि डेवलपर्स अपने ऐप्स की गोपनीयता प्रथाओं के बारे में “स्व-रिपोर्ट किए गए सारांश याने self-reported summaries करें।
आखिर ये निति परिवर्तन क्यों ?
यह नीति परिवर्तन Google Play Store के नए डेटा सुरक्षा अनुभाग में देखा गया है ऐसा ‘द वर्ज’ की एक रिपोर्ट में कहा गया है, जो कि Apple iOS 14 के समान है जो डेवलपर द्वारा दी गई गोपनीयता के विचारों की एक सूची प्रदर्शित करता है। Google ने कहा कि Google Play सभी नीतिगत आवश्यकताओं के लिए ऐप्स की समीक्षा करती है, हालांकि, वह डेवलपर्स की ओर से यह निर्धारित नहीं कर सकती कि वे यूजर्स डेटा को कैसे संभालते हैं,गूगल की नीति भले ही ऐपल के समान है लेकिन जितने यूजर्स ऐपल के पास है, उससे कही ज्यादा बड़ी संख्या में गूगल के पास यूजर्स हैं।