- Gujarat government के फैसले का हो रहा है जमकर विरोध
- स्मार्ट मीटर का इतना जमकर विरोध हो रहा है
- स्मार्ट मीटर में अग्रिम भुगतान कर बिजली का उपयोग किया जा सकेगा
- स्मार्ट मीटर में स्मार्ट फोन अनिवार्य होगा
- ऊर्जा विभाग ने स्मार्ट मीटर रिचार्ज में पुराने लंबित बिल की राशि नहीं काटने का निर्णय लिया है
- स्मार्ट मीटर से ज्यादा बिल आ रहे हैं
- पुराने लंबित बिलों का शुल्क अलग से लिया जाएगा
- बड़ी संख्या में महिलाएं हाउसिंग बोर्ड कार्यालय पहुंचीं और हंगामा किया
Gujarat government : गुजरात में सरकार द्वारा एक निर्णय लिया गया था की अब बिजली के साधारण मीटर की जगह स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे और उसका काम भी शुरू हो गया था मगर लोगों के द्वारा शिकायत उठी की स्मार्ट मीटर की वजह से उनके घरों में बिजली बिल बहुत ज्यादा या रहा है और गुजरात में अब स्मार्ट मीटर का काफी विरोध हो रहा है तो दूसरी तरफ सरकार स्मार्ट मीटर लगाने के लिए प्रतिबद्ध है| गुजरात सरकार स्मार्ट मीटर लागू करने के लिए लगातार नए नए फैसले ले रही है, अब ऊर्जा विभाग ने स्मार्ट मीटर रिचार्ज में पुराने लंबित बिल की राशि नहीं काटने का निर्णय लिया है
पुराने लंबित बिलों का शुल्क अलग से लिया जाएगा
ऊर्जा विभाग ने निर्णय लिया है कि स्मार्ट मीटर रिचार्ज में पुराने लंबित बिल की राशि नहीं काटी जायेगी और पुराने लंबित बिल की राशि बिल के अनुसार अलग से ली जाएगी। सरकार के सामने यह बात सामने आयी है कि रिचार्ज किये गये स्मार्ट मीटर में पुराने बिल की राशि काटे जाने से लोगों में गलतफहमी है|पुराने लंबित बिलों की 180 किश्तें बनाई गईं और स्मार्ट मीटर के दैनिक उपयोग की राशि के साथ एक दिन का बकाया बिल जोड़कर 180 किश्तें काटी गईं। इससे उपभोक्ताओं को यह गलतफहमी हो गई कि स्मार्ट मीटर बिजली की खपत अधिक दिखाता है।
स्मार्ट मीटर का विरोध क्यों हो रहा है ?
गुजरात के स्मार्ट सिटी में स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू हो गया है. लेकिन प्रोजेक्ट के पूरी तरह से लागू होने से पहले ही इसका विरोध शुरू हो गया है,लोगों का आरोप है कि वडोदरा के 15 हजार घरों में लगे इन स्मार्ट मीटरों से ज्यादा बिल आ रहा है और इसी शोर के चलते नागरिकों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और विपक्ष ने चेतावनी दी है कि अगर स्मार्ट मीटर लाए गए तो हम उग्र आंदोलन करेंगे
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क्या कहते है लोग ?
बड़ी संख्या में महिलाएं हाउसिंग बोर्ड कार्यालय पहुंचीं थी और वहाँ पर हंगामा किया, लोगों ने आरोप लगाते हुवे कहा की स्मार्ट मीटर में पहले के मीटर की तुलना में बिल ज्यादा आ रहा है और रिचार्ज करने के बाद भी बैलेंस कम आता है। घर में अचानक बिजली आपूर्ति बंद हो जाने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। वडोदरा में लगाए गए स्मार्ट मीटर का स्थानीय लोगों ने विरोध किया है
स्मार्ट मीटर और साधारण मीटर के बीच क्या अंतर है ?
साधारण मीटर और स्मार्ट मीटर में फरक देखे तो .. साधारण मीटर में बिजली की खपत के बाद बिल का भुगतान करना होता है और स्मार्ट मीटर में अग्रिम भुगतान याने प्रीपेड भुगतान कर बिजली का उपयोग किया जा सकेगा याने स्मार्ट मीटर को पहले से रिचार्ज कराना होगा, साधारण मीटर में रोजाना बिजली की सटीक खपत का पता नहीं चल पाता मगर स्मार्ट मीटर से प्रतिदिन बिजली की खपत का पता चल सकेगा दूसरी तरफ साधारण मीटर में बिल देर से भरने पर भी बिजली आती रहेगी लेकिन स्मार्ट मीटर में रिचार्ज होते ही बिजली बंद हो जाती है। साधारण मीटर के लिए स्मार्ट फोन की आवश्यकता नहीं होगी। स्मार्ट मीटर में स्मार्ट फोन अनिवार्य होगा।
विवादों के बाद सरकार का फैसला
फिलहाल स्मार्ट मीटर को लेकर राज्य सरकार ने घोषणा की है कि स्मार्ट मीटर के साथ पुराने मीटर भी लगाए जाएंगे याने डिमांड करने वाले बिजली उपभोक्ता को एक अतिरिक्त मीटर लगाया जाएगा।