Water Crisis :
Water Crisis : केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट में चिंताजनक आंकड़े सामने आए हैं, जो देशवासियों की चिंताएं बढ़ा सकते हैं। देश के 150 मुख्य जलाशयों में पानी घटकर महज 21 प्रतिशत रह गया है ऐसा जल आयोग की रिपोर्ट बता रही है। ये आंकड़ा देश के समक्ष आने वाले संकट को दर्शा रहा है
जलाशयों में मौजूदा भंडारण बीते दस वर्षों के औसत भंडारण से भी कम
देश के 150 जलाशयों में उपलब्ध लाइव स्टोरेज 257.812 BCM की अनुमानित कुल क्षमता के मुकाबले 54.310 BCM है याने जलाशयों में उपलब्ध भंडारण 37.662 BCM है, जो उनकी कुल क्षमता का 21 प्रतिशत है। कुल मिलाकर यह आंकड़ा पिछले वर्ष के आंकड़ों से कम है। जलाशयों में मौजूदा भंडारण बीते दस वर्षों के औसत भंडारण से भी कम है ऐसा केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट में बताया गया है, आपको बताया दे की, दो सप्ताह में पहले जलाशयों में कुल भंडारण करीब 22 प्रतिशत था, जबकि उससे एक सप्ताह पहले यह 23 प्रतिशत था
कहां-कितनी जल भंडारण क्षमता, कितनी आई कमी ?
राज्य | जलाशय | कुल क्षमता | उपलब्ध भण्डारण | कुल कमी |
आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु | 42 | 53.334 BCM | 8.508 BCM | 21 प्रतिशत |
हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान | 10 | 19.663 BCM | 5.488 BCM | 39 प्रतिशत |
असम, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, नगालैंड और बिहार | 23 | 20.430 BCM | 3.873 BCM | कुल क्षमता का 19 प्रतिशत है। पिछले वर्ष 18 प्रतिशत के मुकाबले इन 23 जलाशयों में जल भंडारण थोड़ा सा बढ़ा है। |
गुजरात, महाराष्ट्र | 49 | 37.130 BCM | 7.608 BCM | पिछले वर्ष 24 प्रतिशत के मुकाबले घटकर 20.49 प्रतिशत |
उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ | 26 | 48.227 BCM | 12.185 BCM | पिछले वर्ष 32 प्रतिशत के मुकाबले घटकर 25 प्रतिशत पर आ गया है |
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ये आंकड़े दर्शाते है की देश के हर नागरिक को पानी बर्बादी करना भारी पड सकता है, क्या कोई बिना पानी के जी सकेगा ? जल ही तो जीवन है, पानी की बर्बादी रोको और पानी का भंडारण बढ़ाओ, सब कुछ देश की सरकार नहीं कर सकती कुछ आपका भी फर्ज बनता है।