Himanta Biswa Sarma on Muslim
Himanta Biswa Sarma on Muslim : असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने मुसलमानों के वोटिंग ट्रेंड पर अपनी बबाक राय रखी, सरमा ने शनिवार को दावा किया कि बांग्लादेश मूल के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने इस लोकसभा चुनाव में काँग्रेस को भारी संख्या में वोट दिया, आसाम के CM सरमा शनिवार को गुवाहाटी में पार्टी मुख्यालय पर बीजेपी और सहयोगी पार्टी के विजयी लोकसभा सांसदों का अभिनंदन कर रहे थे
लेकिन जब वे वोट देने जाते हैं, तो वे काँग्रेस को देते हैं
वे भले ही मोदी के दिए गए घरों में रह रहे हों, मोदी की ओर से मिली बिजली और स्वच्छता सुविधाओं का लाभ उठा रहे हों, लेकिन जब वे वोट देने जाते हैं, तो वे काँग्रेस को देते हैं, यह भी तब, जब केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकारों ने उनके विकास के लिए इतने काम किए. उन्होंने आरोप लगाया कि यह असम का एकमात्र समुदाय है, जो सांप्रदायिकता में लिप्त है
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हिंदू सांप्रदायिकता में लिप्त नहींहै, अगर….
अगर हम काँग्रेस के 39 प्रतिशत वोटों का विश्लेषण करें, तो ये वोट उसे पूरे राज्य में नहीं मिले, सरमा ने अपनी बात आगे बढ़ाते कहा, उसे (काँग्रेस) मिले कुल वोटों का 50 प्रतिशत हिस्सा उन 21 विधानसभा क्षेत्रों का है, जो अल्पसंख्यक बहुल हैं, इन अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में बीजेपी को 3 प्रतिशत वोट मिले हैं. हिमंता ने मुसलमानों का नाम लिए बिना कहा, इससे साबित होता है कि हिंदू सांप्रदायिकता में लिप्त नहीं हैं. अगर कोई असम में सांप्रदायिकता में लिप्त है, तो वह केवल एक समुदाय, एक धर्म है. कोई अन्य धर्म ऐसा नहीं करता है
बांग्लादेश मूल के लोगों वाले मतदान केंद्रों पर 99 फीसदी वोट काँग्रेस को गए
अगर हम बहुसंख्यक बांग्लादेश मूल के लोगों वाले मतदान केंद्रों पर विचार करें, तो 99 फीसदी वोट काँग्रेस को गए हैं. वे भले ही मोदी के दिए गए घरों में रह रहे हों, मोदी की ओर से मिली बिजली और स्वच्छता सुविधाओं का लाभ उठा रहे हों, लेकिन जब वे वोट देने जाते हैं, तो वे काँग्रेस को देते हैं
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भले सड़कें न हों,बिजली न हो लेकिन वोट तो काँग्रेस को देते हैं
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में भले ही सड़कें न हों, बिजली न हो, लेकिन इसके बावजूद वे कांग्रेस को भारी संख्या में वोट देते रहे हैं और इस बार भी उन्होंने ऐसा ही किया है,सरमाया ने इस बात पर जोर दिया कि बीजेपी सरकार प्रदेश के हिस्सों में बराबर विकास के लिए प्रतिबद्ध है, फिर भले ही वहां से पार्टी का उम्मीदवार जीता हो या हारा हो
जब बीजेपी सरकार नहीं रहेगी तो क्या होगा
जब प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लगी थी तो मौके का फायदा उठाकर समुदाय विशेष के लोगों ने बारपेटा के एक गांव में बने पुलिस स्टेशन पर हमला किया, इसके साथ ही कोकराझार में जमीन पर कब्जा करने की भी कोशिश की. उन्होंने कहा कि जब राज्य में बीजेपी सरकार नहीं रहेगी तो ऐसे कितने हमले होंगे ?, इसकी केवल कल्पना ही की जा सकती है
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